बिहार यह राज्य है जो अपनी विश्व प्रसिद्ध परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां की देश सदियों से परम्परा का केंद्र रही है। इसमें वासियों अपनी पारंपरिक परंपराओं को लेकर गर्व करते हैं। इसके साथ ही समय के साथ बिहार में परिवर्तन भी आ रहे हैं। खास तौर पर है कि शहरों में आधुनिकीकरण का प्रभाव तेजी से घट रहा है।
इस अंतर के बीच बिहार अपनी पौराणिक विरासत को सहेजना चाहता है।
प्रकृति के संरक्षक, बिहार का हरा सपना|
बिहार की मिट्टी पर आर्थिक क्रांति ने हरियाली को एक नया रूप दिया है।
प्रकृति के प्रेमियों ने विकास कार्यों में बदलाव लाकर फसलें को मजबूत किया किया है।
दुनिया भर में, बिहार , हरियाली का हरित क्रांति दिखाई दे रहा है।
बिहार का हरित सपना भविष्य की पीढ़ी के लिए एक महान उद्देश्य है।
भौम बिहार: संस्कृति का आधार, ज्ञान की ज्योति
बिहार की धरती, वह जो| एक अनमोल विरासत का केन्द्रीयस्थान है, और पारिज्ञाना का प्रकाशस्तंभ। यहाँ पुरातन कहानियाँ हवाओं में गूंजती bihar bhumi हैं, और धारणा की प्यास हर हृदय में झलकती है।
बिहार का प्रस्तावना विद्या के स्रोतों से जुड़ा है, जिसमें| भारत की प्राचीन शिक्षणस्थलों का वृत्तचित्र रहा है।
बिहार में वन क्षेत्र : अद्भुत जैव विविधता का गढ़
बिहार का जंगल प्रकृति को अनमोल तोहफे हैं। ये जंगल एकत्रित जैव विविधता में ढेरों जीव-जंतु का घर हैं। यहां विभिन्न विविध वन परिस्थितियाँ पाई जाती हैं जो अद्वितीय प्रजातियों के स्थानांतरित करने में मदद करती हैं। इस क्षेत्र का प्रमुख योगदान है जो बिहार की जैव विविधता में संरक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भूमि बिहार : कर्मठ जनता का अटूट हिस्सा
बिहार, उस देश के प्राचीन और समृद्ध राज्यों में से एक है। इसकी विशिष्ट मिट्टी पर अद्भुत फसलें उगती हैं, और यहाँ के आकर्षक परिदृश्य मनमोहक देखने को मिलते हैं। बिहार की जनता कर्मठ, मेहनती और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है।
उनकी व्यवस्था में अद्भुतताकत होती है, जो राज्य के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बिहार की जनता ने सदैव कठिनाइयों का सामना साहस से किया है और अपने जीवन में उन्नति लाने के लिए अथक प्रयास करते रहे हैं।
बिहार की नदियाँ: जीवन का स्रोत, परिवहन का मार्ग
बिहार एक सुंदर राज्य है जहाँ पानी के स्रोत जीवन का मुख्य स्रोत हैं. ये नदियाँ हरित क्षेत्र में योगदान देती हैं और कनेक्टिविटी सुनिश्चित करती हैं.
प्रमुख नदियाँ जो बिहार में बहती हैं वे हैं: गंगा, यमुना, गोमती
इन नदियों ने बिहार की संस्कृति, इतिहास और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया है.